100 science facts

Top 100 Amazing and Interesting Facts about Science You Did Not Know , विज्ञान के बारे में 100 आश्चर्यजनक और रोचक तथ्य जो आप नहीं जानते होंगे

Top 100 Amazing and Interesting Facts about Science You Did Not Know

प्रश्न 1: प्रकाश की गति कितनी होती है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर:
प्रकाश की गति लगभग 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड (या 299,792,458 मीटर/सेकंड) होती है। यह ब्रह्मांड में सबसे तेज़ गति मानी जाती है। इसका अर्थ है कि सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुँचने में लगभग 8 मिनट 20 सेकंड का समय लेता है। प्रकाश की गति न केवल खगोलशास्त्र में, बल्कि समय, दूरी और ब्रह्मांड की संरचना को समझने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसका उपयोग दूरबीनों में, अंतरिक्ष यात्राओं में और भौतिकी के सापेक्षता सिद्धांत (Einstein’s Theory of Relativity) में किया जाता है। यह गति हमारे समय की सीमाओं और जानकारी के प्रसार को निर्धारित करती है।


प्रश्न 2: ओजोन परत क्या है और यह हमें कैसे बचाती है?

उत्तर:
ओजोन परत पृथ्वी के वायुमंडल की एक महत्वपूर्ण परत है जो समताप मंडल (Stratosphere) में पाई जाती है। यह परत ओजोन गैस (O₃) से बनी होती है और सूर्य से आने वाली हानिकारक अल्ट्रावायलेट (UV) किरणों को रोकने का काम करती है। अगर यह परत न हो, तो UV किरणें त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद, और पौधों की वृद्धि में रुकावट जैसे गंभीर नुकसान पहुँचा सकती हैं। 20वीं सदी में कुछ रासायनिक गैसों जैसे CFCs के कारण ओजोन परत को नुकसान हुआ, लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय प्रयासों से इसे फिर से ठीक किया जा रहा है। यह परत हमारे जीवन की एक अदृश्य रक्षक है।


प्रश्न 3: पृथ्वी पर मौसम कैसे बनते हैं?

उत्तर:
पृथ्वी पर मौसम सूर्य की ऊष्मा, पृथ्वी के झुकाव (axial tilt) और इसके भ्रमण (revolution) के कारण बनते हैं। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है और सूर्य के चारों ओर एक वर्ष में एक बार घूमती है। जब पृथ्वी का एक गोलार्ध सूर्य के निकट होता है, वहाँ गर्मी का मौसम होता है, जबकि विपरीत गोलार्ध में सर्दी होती है। इसके अलावा समुद्र, पहाड़ और पवन भी मौसम में बदलाव लाते हैं। मौसम की यह विविधता पृथ्वी को जीवन योग्य बनाती है और जैव विविधता को बनाए रखने में सहायता करती है।


प्रश्न 4: डीएनए (DNA) क्या है और इसका कार्य क्या है?

उत्तर:
डीएनए (डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) एक अणु है जिसमें जीव के आनुवंशिक निर्देश (genetic instructions) संग्रहीत होते हैं। यह हमारे शरीर की हर कोशिका में पाया जाता है और यह निर्धारित करता है कि हमारी आँखों का रंग क्या होगा, हमारी ऊँचाई कितनी होगी, और हमें किन बीमारियों की संभावना है। डीएनए एक दोहरी कुंडलित संरचना (double helix) में होता है और इसमें चार मुख्य नाइट्रोजन बेस होते हैं: एडेनिन (A), थायमिन (T), ग्वानिन (G), और साइटोसिन (C)। डीएनए के अनुक्रम से हमारी आनुवंशिक विशेषताएँ बनती हैं और अगली पीढ़ी को स्थानांतरित होती हैं।


प्रश्न 5: गुरुत्वाकर्षण बल क्या होता है और यह कैसे काम करता है?

उत्तर:
गुरुत्वाकर्षण वह बल है जो हर वस्तु को दूसरी वस्तु की ओर खींचता है। यह न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण नियम पर आधारित है, जो कहता है कि कोई भी दो वस्तुएँ आपस में आकर्षण करती हैं, और यह बल उनके द्रव्यमान और उनके बीच की दूरी पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, पृथ्वी हमें अपनी ओर खींचती है, इसलिए हम जमीन पर रहते हैं और चीजें नीचे गिरती हैं। यही बल चंद्रमा को पृथ्वी की परिक्रमा करने में, और पृथ्वी को सूर्य की कक्षा में रखने में मदद करता है। यह ब्रह्मांड की संरचना को बनाए रखने वाला प्रमुख बल है।


प्रश्न 6: रोशनी कैसे हमें दिखाई देती है?

उत्तर:
हमें कोई वस्तु तब दिखाई देती है जब उस पर गिरने वाली रोशनी हमारी आँखों तक पहुँचती है। प्रकाश सीधी रेखा में चलता है और जब वह किसी वस्तु से टकराता है तो परावर्तित होकर हमारी आँखों की रेटिना (Retina) पर पड़ता है। हमारी आँख का लेंस इस प्रकाश को फोकस करता है और रेटिना उस छवि को विद्युत संकेतों में बदलकर मस्तिष्क को भेजता है। मस्तिष्क इन संकेतों को समझकर हमें दृश्य प्रदान करता है। अलग-अलग वस्तुएँ प्रकाश को अलग तरह से परावर्तित करती हैं, जिससे रंग और बनावट में अंतर दिखाई देता है।


प्रश्न 7: पृथ्वी की परतें कौन-कौन सी हैं और इनका महत्व क्या है?

उत्तर:
पृथ्वी मुख्यतः तीन परतों से बनी होती है:

  1. क्रस्ट (Crust) – बाहरी ठोस परत जिसमें हम रहते हैं।
  2. मेंटल (Mantle) – यह मोटी और अर्ध-द्रव अवस्था में होती है, जिसमें मैग्मा पाया जाता है।
  3. कोर (Core) – इसमें बाहरी तरल और भीतरी ठोस भाग होते हैं, जो मुख्यतः लोहा और निकल से बने हैं।

इन परतों की संरचना और तापमान पृथ्वी की गतिशीलता, जैसे ज्वालामुखी, भूकंप और महाद्वीपीय बहाव के लिए जिम्मेदार हैं। पृथ्वी की भीतरी गतिविधियाँ ही इसके सतह पर जीवन को संभव बनाती हैं।


प्रश्न 8: जल वाष्प कैसे बादल बनाता है?

उत्तर:
जब सूर्य की गर्मी से जल स्रोत (नदी, झील, समुद्र) से पानी वाष्पित होता है, वह वायु में मिल जाता है। यह जल वाष्प जब ऊपर उठता है, तो वहाँ का तापमान कम होता है और वाष्प छोटे-छोटे जलकणों में संघनित होकर बादल बनाते हैं। यह प्रक्रिया वाष्पीकरण (Evaporation) और संघनन (Condensation) कहलाती है। बादल जब भारी हो जाते हैं और वायुमंडल में और जल धारण नहीं कर पाते, तब वर्षा के रूप में जल वापस धरती पर गिरता है। यह जलचक्र पृथ्वी पर जीवन बनाए रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


प्रश्न 9: एक वर्ष में कितने दिन होते हैं और क्यों?

उत्तर:
एक वर्ष में 365 दिन होते हैं, लेकिन हर चौथे वर्ष 366 दिन का होता है जिसे लीप वर्ष कहते हैं। यह इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में लगभग 365.242 दिन लगते हैं। हर वर्ष के इस अतिरिक्त 0.242 दिन को मिलाकर चौथे वर्ष में एक अतिरिक्त दिन (29 फरवरी) जोड़ा जाता है। यह गणना कैलेंडर को खगोलीय घटनाओं के साथ संतुलित बनाए रखने के लिए आवश्यक है। यदि यह समायोजन न किया जाए तो मौसम और तारीखों में विसंगति आ सकती है।


प्रश्न 10: रसायन और तत्व में क्या अंतर होता है?

उत्तर:
तत्व (Element) वह शुद्ध पदार्थ है जो एक ही प्रकार के परमाणुओं से बना होता है, जैसे हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन आदि। इसके विपरीत, रसायन (Compound) दो या अधिक तत्वों के रासायनिक संयोजन से बनते हैं, जैसे पानी (H₂O) जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बना है। तत्वों की संख्या सीमित है (लगभग 118 ज्ञात), लेकिन उनसे बने रासायनिक यौगिकों की संख्या लाखों में है। तत्व मौलिक संरचना रखते हैं जबकि रसायन उनके गुणों को बदल कर नया पदार्थ बनाते हैं। यह भेद रसायन विज्ञान की मूलभूत नींव है।

 


प्रश्न 11: ब्लैक होल क्या होता है और यह कैसे बनता है?

उत्तर:
ब्लैक होल ब्रह्मांड की वह जगह होती है जहाँ गुरुत्वाकर्षण इतना अधिक होता है कि वहाँ से प्रकाश भी बाहर नहीं निकल सकता। यह आमतौर पर एक बहुत बड़े तारे के जीवन के अंत में बनता है, जब उसका कोर अपने ही गुरुत्वाकर्षण से संकुचित होकर अत्यधिक घनत्व वाला बिंदु बन जाता है। इसे “सिंगुलैरिटी” कहा जाता है और उसके चारों ओर की सीमा को “इवेंट होराइजन” कहते हैं। ब्लैक होल में जो कुछ भी चला जाता है, वह वापस नहीं आ सकता। वैज्ञानिकों के अनुसार ब्लैक होल समय और स्थान को भी प्रभावित कर सकता है। ब्लैक होल का अध्ययन ब्रह्मांड की गहराइयों को समझने की कुंजी है।


प्रश्न 12: सेल (कोशिका) क्या होती है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर:
कोशिका (Cell) जीवों की संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई होती है। यह जीवन का मूलभूत घटक है। सभी जीव – चाहे वे एककोशकीय हों जैसे अमीबा, या बहुकोशकीय जैसे मानव – कोशिकाओं से बने होते हैं। कोशिकाएँ विभिन्न प्रकार की होती हैं: प्रोकैरियोटिक (बिना नाभिक के) और यूकैरियोटिक (नाभिक वाली)। मानव शरीर में लगभग 37 ट्रिलियन कोशिकाएँ होती हैं। प्रत्येक कोशिका में डीएनए, माइटोकॉन्ड्रिया, कोशिका द्रव्य आदि होते हैं। कोशिकाएँ पोषण लेती हैं, ऊर्जा बनाती हैं, और विभाजित होकर नए जीवन का निर्माण करती हैं। बिना कोशिका के कोई जीवित प्राणी अस्तित्व में नहीं रह सकता।


प्रश्न 13: प्रकाश का परावर्तन क्या होता है?

उत्तर:
जब प्रकाश किसी सतह से टकराकर वापस लौटता है, तो उस क्रिया को परावर्तन (Reflection) कहा जाता है। इसका सबसे आम उदाहरण दर्पण है – जब हम शीशे में देखते हैं, तो हम अपने चेहरे का परावर्तित चित्र देखते हैं। परावर्तन दो प्रकार का होता है: नियमित परावर्तन (plane surface) और अनियमित परावर्तन (rough surface)। इस सिद्धांत का उपयोग कई वैज्ञानिक यंत्रों में होता है, जैसे टेलीस्कोप, पेरिस्कोप, और कैमरे। परावर्तन की क्रिया के कारण ही हमें वस्तुएँ स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं। यह प्रकाश विज्ञान का मूलभूत सिद्धांत है।


प्रश्न 14: वायु में कौन-कौन सी गैसें होती हैं और उनका क्या महत्व है?

उत्तर:
वायु एक मिश्रण है जिसमें कई गैसें होती हैं:

  • नाइट्रोजन (78%)
  • ऑक्सीजन (21%)
  • आर्गन, कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन, ओजोन, जलवाष्प आदि (1%)

नाइट्रोजन पौधों के लिए आवश्यक प्रोटीन निर्माण में सहायक होती है। ऑक्सीजन सभी जीवों के लिए आवश्यक है, क्योंकि इसके बिना श्वसन संभव नहीं है। कार्बन डाइऑक्साइड पौधों के प्रकाश संश्लेषण में उपयोग होती है। आर्गन और अन्य गैसें स्थायित्व बनाए रखती हैं। वायु के यह तत्व पृथ्वी पर जीवन बनाए रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।


प्रश्न 15: ज्वालामुखी कैसे फटते हैं?

उत्तर:
ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर वह स्थान होता है जहाँ पृथ्वी के अंदर का मैग्मा बाहर निकलता है। जब पृथ्वी की मेंटल परत में दबाव अत्यधिक बढ़ जाता है, तो वह कमजोर स्थान से बाहर निकलता है और ज्वालामुखी विस्फोट होता है। इस दौरान लावा, गैस, राख और गर्म चट्टानें बाहर निकलती हैं। यह विस्फोट बहुत विनाशकारी हो सकता है, लेकिन इससे नई भूमि भी बनती है। जैसे हवाई द्वीप ज्वालामुखी से ही बने हैं। ज्वालामुखी पृथ्वी की आंतरिक गतिविधियों का प्रतीक हैं।


प्रश्न 16: आकाश का रंग नीला क्यों होता है?

उत्तर:
जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है, तो वह वायुमंडलीय कणों से टकराकर बिखर जाता है। इस प्रक्रिया को “विकिरण” (Scattering) कहते हैं। प्रकाश में सात रंग होते हैं, जिनमें नीला रंग सबसे अधिक बिखरता है क्योंकि उसकी तरंगदैर्घ्य कम होती है। इस कारण दिन के समय हमें आकाश नीला दिखाई देता है। सूर्यास्त या सूर्योदय के समय जब सूर्य की किरणें लंबा रास्ता तय करती हैं, तो नीली किरणें बिखर जाती हैं और लाल-पीला रंग दिखता है। यह रंग विज्ञान का अद्भुत उदाहरण है।


प्रश्न 17: विद्युत धारा (Electric Current) क्या है और यह कैसे काम करती है?

उत्तर:
विद्युत धारा इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह को कहते हैं जो किसी चालक (जैसे ताँबा) में होता है। जब किसी विद्युत स्रोत (जैसे बैटरी) के दोनों सिरों को जोड़ते हैं, तो इलेक्ट्रॉनों का एक सुसंगठित प्रवाह आरंभ होता है जिसे हम विद्युत धारा कहते हैं। यह धारा बल्ब जलाने, पंखा चलाने, कंप्यूटर चलाने जैसे अनेक कार्यों के लिए उपयोग होती है। विद्युत धारा दो प्रकार की होती है – प्रत्यक्ष धारा (DC) और प्रत्यावर्ती धारा (AC)। विद्युत विज्ञान मानव सभ्यता की सबसे क्रांतिकारी खोजों में से एक है।


प्रश्न 18: चुंबक कैसे काम करता है?

उत्तर:
चुंबक एक ऐसी वस्तु है जो लोहे, निकेल और कोबाल्ट जैसी धातुओं को आकर्षित करती है। इसका मुख्य कारण इसमें इलेक्ट्रॉनों की एक दिशा में गति है जिससे एक चुंबकीय क्षेत्र बनता है। चुंबक के दो ध्रुव होते हैं – उत्तरी (North) और दक्षिणी (South)। समान ध्रुव एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं और भिन्न ध्रुव आकर्षित करते हैं। चुंबक का उपयोग कंपास, इलेक्ट्रिक मोटर, स्पीकर, और मैग्नेटिक कार्ड में होता है। यह विज्ञान और तकनीक दोनों में अत्यंत उपयोगी है।


प्रश्न 19: प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) क्या होता है?

उत्तर:
प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसमें पौधे सूर्य के प्रकाश की सहायता से कार्बन डाइऑक्साइड और जल को मिलाकर ग्लूकोज (शर्करा) और ऑक्सीजन बनाते हैं। यह प्रक्रिया मुख्यतः पत्तियों में स्थित क्लोरोफिल द्वारा की जाती है। इसका सूत्र है:
6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂
यह प्रक्रिया पृथ्वी पर जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें ऑक्सीजन देती है और खाद्य श्रृंखला की नींव है। बिना प्रकाश संश्लेषण के पृथ्वी पर जीवन असंभव हो जाता।


प्रश्न 20: ध्वनि क्या है और यह कैसे चलती है?

उत्तर:
ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है जो किसी माध्यम – जैसे हवा, पानी या ठोस – में कणों की कंपन से उत्पन्न होती है। जब कोई वस्तु कंपन करती है, तो वह अपने आस-पास की हवा में भी कंपन उत्पन्न करती है, जो ध्वनि तरंगों के रूप में आगे बढ़ती है। ये तरंगें हमारे कानों तक पहुँचती हैं और हमारे मस्तिष्क द्वारा ध्वनि में परिवर्तित की जाती हैं। ध्वनि निर्वात (vacuum) में नहीं चल सकती क्योंकि वहाँ कोई माध्यम नहीं होता। ध्वनि की गति वायु में लगभग 343 मीटर प्रति सेकंड होती है।

 


प्रश्न 21: पृथ्वी पर ऋतुएँ क्यों बदलती हैं?

उत्तर:
पृथ्वी पर ऋतुओं का परिवर्तन पृथ्वी के झुके हुए अक्ष (23.5°) और सूर्य के चारों ओर इसकी परिक्रमा के कारण होता है। जब पृथ्वी सूर्य के एक हिस्से की ओर झुकी होती है, उस समय वहाँ गर्मी होती है, जबकि दूसरी ओर ठंड होती है। यह स्थिति छह-छह महीने के बाद उलट जाती है, जिससे सर्दी और गर्मी का क्रम बनता है। यही कारण है कि एक ही समय में पृथ्वी के दो भागों में अलग-अलग ऋतुएँ होती हैं। यह प्राकृतिक परिवर्तन न केवल मौसम को प्रभावित करता है, बल्कि कृषि, जीव-जंतुओं और मानव जीवन पर भी गहरा प्रभाव डालता है।


प्रश्न 22: क्लोनिंग क्या होती है?

उत्तर:
क्लोनिंग एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें किसी जीव का आनुवंशिक रूप से समान प्रतिरूप तैयार किया जाता है। इसका सबसे प्रसिद्ध उदाहरण भेड़ “डॉली” है, जिसे 1996 में सफलतापूर्वक क्लोन किया गया था। क्लोनिंग के लिए आमतौर पर किसी जीव की कोशिका से डीएनए निकालकर एक निषेचित अंडाणु में प्रत्यारोपित किया जाता है। इसके बाद यह अंडाणु भ्रूण में परिवर्तित होता है और नए जीव का जन्म होता है। यह तकनीक चिकित्सा, पशुपालन और लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण में उपयोगी हो सकती है, लेकिन इससे नैतिक और जैविक विवाद भी जुड़े हैं।


प्रश्न 23: ग्रह और उपग्रह में क्या अंतर होता है?

उत्तर:
ग्रह वे खगोलीय पिंड होते हैं जो किसी तारे (जैसे सूर्य) की परिक्रमा करते हैं और स्वयं प्रकाश नहीं उत्सर्जित करते। जैसे – पृथ्वी, मंगल, शनि आदि। उपग्रह वे पिंड होते हैं जो ग्रहों की परिक्रमा करते हैं। जैसे – चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह है। ग्रहों का आकार आमतौर पर उपग्रहों से बड़ा होता है। पृथ्वी का एक उपग्रह है, जबकि बृहस्पति के 90 से अधिक उपग्रह हैं। उपग्रह प्राकृतिक (चंद्रमा) और कृत्रिम (संचार उपग्रह) दोनों हो सकते हैं। दोनों ही खगोल विज्ञान में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।


प्रश्न 24: जलवायु परिवर्तन (Climate Change) क्या है?

उत्तर:
जलवायु परिवर्तन धरती के दीर्घकालिक मौसमीय पैटर्न में परिवर्तन को कहते हैं, जो मुख्य रूप से मानवीय गतिविधियों जैसे जीवाश्म ईंधनों के जलने, वनों की कटाई और औद्योगिक प्रदूषण के कारण होता है। इससे ग्लोबल वॉर्मिंग, समुद्र स्तर में वृद्धि, चरम मौसम घटनाएँ (जैसे बाढ़, सूखा, चक्रवात) बढ़ रही हैं। यह कृषि, जल संसाधनों, जैव विविधता और मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालता है। इस समस्या का समाधान स्वच्छ ऊर्जा, वन संरक्षण और पर्यावरणीय नीतियों के माध्यम से किया जा सकता है। यह 21वीं सदी की सबसे बड़ी वैश्विक चुनौती है।


प्रश्न 25: रेडियोधर्मिता (Radioactivity) क्या होती है?

उत्तर:
रेडियोधर्मिता वह प्रक्रिया है जिसमें अस्थिर परमाणु नाभिक अपने आप विघटित होकर ऊर्जा और कण उत्सर्जित करते हैं। यह यूरेनियम, थोरियम और रेडियम जैसे तत्वों में पाई जाती है। रेडियोधर्मी विकिरण तीन प्रकार की होती है – अल्फा, बीटा और गामा। यह चिकित्सा (कैंसर उपचार), ऊर्जा उत्पादन (न्यूक्लियर रिएक्टर) और औद्योगिक क्षेत्र में काम आती है। लेकिन इससे सावधानी बरतनी आवश्यक है क्योंकि अत्यधिक विकिरण मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। इस खोज का श्रेय हेनरी बेक्वरेल और मैडम क्यूरी को जाता है।


प्रश्न 26: मानव शरीर में डीएनए क्या कार्य करता है?

उत्तर:
डीएनए (DNA) यानी डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड, हमारे शरीर की आनुवंशिक जानकारी को संजोने वाला अणु है। यह कोशिका के नाभिक में पाया जाता है और हमारे शरीर के सभी गुणों – जैसे आँखों का रंग, कद, रोग प्रतिरोधक क्षमता आदि – को नियंत्रित करता है। डीएनए चार प्रकार के न्यूक्लियोटाइड से बना होता है – एडेनिन, थायमिन, ग्वानिन और साइटोसिन। इसकी संरचना दोहरी हेलिक्स होती है, जिसे जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रिक ने खोजा था। डीएनए की अनुवांशिक कोडिंग के आधार पर प्रोटीन बनते हैं, जो शरीर की सभी गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं।


प्रश्न 27: कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) क्या होती है?

उत्तर:
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) एक कंप्यूटर विज्ञान की शाखा है, जिसके माध्यम से मशीनों को सोचने, समझने, निर्णय लेने और समस्याओं का समाधान करने की क्षमता दी जाती है। AI तकनीक का उपयोग रोबोटिक्स, चिकित्सा, स्वचालित वाहन, चैटबॉट, भाषांतर, और कई अन्य क्षेत्रों में हो रहा है। उदाहरण के लिए, वर्चुअल असिस्टेंट (जैसे Siri, Alexa) AI का ही रूप हैं। यह तकनीक मानव कार्यों को आसान बनाती है, लेकिन इसके साथ नैतिक, रोजगार और डेटा सुरक्षा जैसे मुद्दे भी जुड़ते हैं। AI भविष्य की सबसे प्रभावशाली तकनीकों में से एक है।


प्रश्न 28: गुरुत्वाकर्षण क्या होता है और इसका खोजकर्ता कौन था?

उत्तर:
गुरुत्वाकर्षण वह बल है जो पृथ्वी जैसी वस्तुओं को अन्य वस्तुओं की ओर आकर्षित करता है। यही कारण है कि हम पृथ्वी पर स्थिर रहते हैं और वस्तुएँ नीचे गिरती हैं। इस बल की खोज सर आइज़ैक न्यूटन ने 17वीं शताब्दी में की थी, जब उन्होंने एक सेब को पेड़ से गिरते देखा और सोचा कि इसे क्या नीचे खींचता है। उन्होंने “गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम” दिया, जिसके अनुसार हर वस्तु, दूसरी वस्तु को उसके द्रव्यमान और दूरी के आधार पर आकर्षित करती है। गुरुत्वाकर्षण ग्रहों की गति, समुद्री ज्वार और उपग्रहों की कक्षा को नियंत्रित करता है।


प्रश्न 29: मानव मस्तिष्क कैसे काम करता है?

उत्तर:
मानव मस्तिष्क शरीर का सबसे जटिल और महत्वपूर्ण अंग है। यह लगभग 86 अरब न्यूरॉनों से बना होता है जो विद्युत संकेतों के माध्यम से एक-दूसरे से संवाद करते हैं। मस्तिष्क सोचने, स्मरण करने, निर्णय लेने, बोलने, देखने, सुनने और महसूस करने जैसी सभी गतिविधियों को नियंत्रित करता है। यह मुख्यतः तीन भागों में बँटा होता है – सेरिब्रम (विचार और ज्ञान), सेरिबेलम (संतुलन) और ब्रेनस्टेम (जीवन क्रियाएँ)। मस्तिष्क में एक सेकंड में लाखों सिग्नल प्रक्रिया होते हैं। यह एक सुपरकंप्यूटर से भी अधिक जटिल और शक्तिशाली है।


प्रश्न 30: जीएम फसलें (Genetically Modified Crops) क्या होती हैं?

उत्तर:
जीएम फसलें वे पौधे होते हैं जिनके आनुवंशिक पदार्थ (डीएनए) को प्रयोगशाला में संशोधित किया गया होता है ताकि वे अधिक उत्पादन दें, कीटों से बचें या प्रतिकूल परिस्थितियों में जीवित रह सकें। उदाहरण के लिए – Bt कपास, जिसमें बैक्टीरिया का जीन जोड़ा गया है जिससे यह कीटों से सुरक्षित रहती है। ये फसलें किसानों को अधिक लाभ देती हैं, परंतु इनके दीर्घकालिक प्रभावों पर अभी भी शोध जारी है। कुछ लोग इसे स्वास्थ्य और जैव विविधता के लिए जोखिम मानते हैं, जबकि कुछ इसे कृषि क्रांति का अगला कदम मानते हैं।

 


प्रश्न 31: ओजोन परत क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर:
ओजोन परत पृथ्वी के वायुमंडल की समताप मंडल (Stratosphere) में पाई जाने वाली एक गैसीय परत है, जो ओजोन गैस (O₃) से बनी होती है। यह परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों (UV rays) को अवशोषित करती है, जिससे ये किरणें पृथ्वी की सतह तक नहीं पहुँच पातीं। यदि ये किरणें सीधे पहुँचें, तो त्वचा कैंसर, नेत्र रोग, और पौधों की क्षति जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। 1980 के दशक में वैज्ञानिकों ने देखा कि ओजोन परत में एक “छेद” बन रहा है, जो मुख्यतः क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) जैसे रसायनों के कारण था। इसके बाद मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत CFCs के उपयोग पर रोक लगाई गई, जिससे अब ओजोन परत धीरे-धीरे ठीक हो रही है। यह परत पृथ्वी पर जीवन के लिए सुरक्षा कवच का कार्य करती है।


प्रश्न 32: प्रकाश वर्ष (Light Year) क्या होता है?

उत्तर:
प्रकाश वर्ष समय की नहीं, दूरी की इकाई है। यह वह दूरी है जो प्रकाश एक वर्ष में तय करता है। प्रकाश की गति लगभग 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड होती है, इसलिए एक प्रकाश वर्ष लगभग 9.46 ट्रिलियन किलोमीटर (9.46 x 10¹² km) होता है। चूंकि ब्रह्मांड बहुत विशाल है, इसलिए खगोलशास्त्री तारों और आकाशगंगाओं के बीच की दूरी मापने के लिए प्रकाश वर्ष का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, हमारे सबसे निकट का तारा “प्रॉक्सिमा सेंटॉरी” हमसे लगभग 4.24 प्रकाश वर्ष दूर है। इसका मतलब है कि उस तारे की रोशनी को पृथ्वी तक पहुँचने में 4.24 वर्ष लगते हैं। इस माप प्रणाली से ब्रह्मांड की विशालता को समझना सरल हो जाता है।


प्रश्न 33: ध्वनि किस माध्यम में सबसे तेज़ गति से यात्रा करती है?

उत्तर:
ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है जो किसी माध्यम (जैसे ठोस, तरल या गैस) में कंपन के रूप में यात्रा करती है। यह निर्वात (vacuum) में नहीं फैल सकती क्योंकि वहाँ कोई कण नहीं होते। ध्वनि की गति माध्यम की घनता और कणों के बीच की दूरी पर निर्भर करती है। सामान्यतः, ध्वनि ठोस में सबसे तेज़, तरल में मध्यम और गैस में सबसे धीमी गति से यात्रा करती है। उदाहरण के लिए, हवा में ध्वनि की गति लगभग 343 मीटर प्रति सेकंड होती है, जबकि स्टील में यह लगभग 5000 मीटर प्रति सेकंड हो सकती है। इसका कारण यह है कि ठोस में अणु एक-दूसरे के अधिक पास होते हैं, जिससे कंपन जल्दी आगे बढ़ते हैं।


प्रश्न 34: विद्युत धारा क्या होती है और यह कैसे उत्पन्न होती है?

उत्तर:
विद्युत धारा (Electric Current) इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह को कहते हैं। जब किसी चालक (जैसे ताँबा) में एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक इलेक्ट्रॉनों का व्यवस्थित रूप से प्रवाह होता है, तो उसे विद्युत धारा कहते हैं। इसे एम्पीयर (Ampere) में मापा जाता है। विद्युत धारा उत्पन्न करने के लिए एक विद्युत स्रोत (जैसे बैटरी या जनरेटर) की आवश्यकता होती है, जो संभावित अंतर (वोल्टेज) प्रदान करता है। जब हम किसी विद्युत सर्किट में बैटरी लगाते हैं, तो यह इलेक्ट्रॉनों को नकारात्मक सिरे से सकारात्मक सिरे की ओर खींचती है, जिससे धारा प्रवाहित होती है। यह ऊर्जा हमारे बल्ब, पंखे, कंप्यूटर आदि को चलाती है।


प्रश्न 35: चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic Field) क्या होता है?

उत्तर:
चुम्बकीय क्षेत्र वह अदृश्य क्षेत्र है जहाँ चुम्बकीय बल कार्य करता है। जब कोई चुम्बक या विद्युत धारा प्रवाहित करने वाला तार किसी स्थान पर होता है, तो उसके चारों ओर एक विशेष क्षेत्र बनता है जिसे चुम्बकीय क्षेत्र कहते हैं। यह क्षेत्र चुम्बकीय रेखाओं के रूप में प्रदर्शित किया जाता है, जो उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव की ओर जाती हैं। पृथ्वी का भी एक विशाल चुम्बकीय क्षेत्र है, जिसके कारण दिक्‌दर्शक (कंपास) हमेशा उत्तर दिशा की ओर संकेत करता है। यह क्षेत्र पृथ्वी को सूर्य से आने वाले सौर कणों से भी बचाता है। विद्युत और चुम्बकीय क्षेत्र का संयोजन इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म कहलाता है।


प्रश्न 36: परमाणु बम कैसे काम करता है?

उत्तर:
परमाणु बम एक अत्यंत शक्तिशाली हथियार है जो नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission) या नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) पर आधारित होता है। विखंडन में भारी तत्वों (जैसे यूरेनियम-235 या प्लूटोनियम-239) के नाभिक को तोड़ने पर अत्यधिक ऊर्जा, विकिरण और न्यूट्रॉन निकलते हैं। ये न्यूट्रॉन अन्य नाभिकों से टकराकर श्रृंखलाबद्ध प्रतिक्रिया उत्पन्न करते हैं, जिससे कुछ ही क्षणों में अत्यधिक विनाशकारी ऊर्जा उत्पन्न होती है। 1945 में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए बम इसी सिद्धांत पर आधारित थे। यह तकनीक अत्यधिक विनाशकारी है और इसके प्रयोग से पर्यावरण, मानव जीवन और भविष्य दोनों को खतरा होता है।


प्रश्न 37: वायुमंडलीय दाब क्या होता है?

उत्तर:
वायुमंडलीय दाब (Atmospheric Pressure) वह बल है जो पृथ्वी के वायुमंडल में उपस्थित गैसें पृथ्वी की सतह पर डालती हैं। यह दाब हवा के कणों के भार के कारण उत्पन्न होता है और समुद्र तल पर इसका मान लगभग 1013.25 हेप्टापास्कल (hPa) या 1 एटमॉस्फियर (atm) होता है। जैसे-जैसे ऊँचाई बढ़ती है, वायुदाब घटता है क्योंकि हवा की घनता कम होती जाती है। यही कारण है कि पर्वतों पर साँस लेना कठिन होता है। वायुदाब मौसम परिवर्तन, वर्षा, तूफानों आदि को प्रभावित करता है। बैरोमीटर नामक यंत्र से इसे मापा जाता है।


प्रश्न 38: ज्वालामुखी क्यों फटते हैं?

उत्तर:
ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर वह स्थान होते हैं जहाँ से पृथ्वी के अंदर की पिघली हुई चट्टानें (मैग्मा), गैसें और राख बाहर निकलती हैं। जब पृथ्वी के अंदर अत्यधिक ताप और दबाव बनता है, तो मैग्मा ऊपर की ओर दबाव डालता है और सतह को तोड़कर बाहर निकलता है। यही प्रक्रिया ज्वालामुखी विस्फोट कहलाती है। ये विस्फोट अत्यंत विनाशकारी हो सकते हैं, लेकिन यह पृथ्वी के अंदरूनी भागों की गतिशीलता को भी दर्शाते हैं। कुछ ज्वालामुखी सक्रिय रहते हैं, कुछ सुप्त और कुछ मृत। इन विस्फोटों से नई भूमि, द्वीप और खनिज भी बनते हैं।


प्रश्न 39: इंसानों में नींद क्यों जरूरी है?

उत्तर:
नींद मानव शरीर के लिए उतनी ही जरूरी है जितना भोजन और पानी। यह मस्तिष्क और शरीर को पुनः ऊर्जा प्रदान करने, कोशिकाओं की मरम्मत करने और स्मृति को सहेजने का कार्य करती है। जब हम सोते हैं, तो मस्तिष्क दिनभर की जानकारियों को व्यवस्थित करता है और शरीर की थकी हुई मांसपेशियों को आराम मिलता है। नींद की कमी से एकाग्रता में गिरावट, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी, तनाव, और दीर्घकालिक बीमारियाँ (जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप) हो सकती हैं। एक वयस्क को प्रतिदिन 7–9 घंटे की नींद लेना आवश्यक होता है। अच्छी नींद मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।


प्रश्न 40: क्या प्रकाश एक कण है या तरंग?

उत्तर:
प्रकाश की प्रकृति द्वैध (Dual) होती है, यानी यह तरंग और कण दोनों रूपों में व्यवहार करता है। जब प्रकाश परावर्तन, अपवर्तन या विवर्तन जैसे प्रभाव दिखाता है, तब यह तरंग की तरह व्यवहार करता है। लेकिन जब प्रकाश फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव (photoelectric effect) जैसी घटनाएँ करता है, तब यह कणों (फोटॉनों) की तरह कार्य करता है। अल्बर्ट आइंस्टीन ने इस सिद्धांत को स्पष्ट किया था और इसके लिए उन्हें 1921 में नोबेल पुरस्कार मिला। इस द्वैधता के कारण प्रकाश को समझना आसान नहीं था, लेकिन अब हम जानते हैं कि यह ऊर्जा के संचरण का एक अनोखा माध्यम है।

 


प्रश्न 41: ब्रह्मांड का विस्तार कैसे होता है?

उत्तर:
ब्रह्मांड लगातार विस्तार कर रहा है – यह सिद्धांत “बिग बैंग थ्योरी” पर आधारित है। वैज्ञानिकों के अनुसार, लगभग 13.8 अरब वर्ष पहले ब्रह्मांड एक अत्यंत घनी और गर्म स्थिति से उत्पन्न हुआ था। तब से यह लगातार फैल रहा है। हबल टेलीस्कोप और अन्य उपकरणों के माध्यम से खगोलशास्त्रियों ने यह देखा कि दूर की आकाशगंगाएं हमसे दूर जा रही हैं, जिससे यह सिद्ध होता है कि ब्रह्मांड का आकार बढ़ रहा है। इस विस्तार को “डार्क एनर्जी” नामक रहस्यमयी शक्ति भी प्रभावित करती है, जो गुरुत्वाकर्षण के विपरीत कार्य करती है। यह सिद्धांत इस बात का संकेत देता है कि ब्रह्मांड का कोई स्थिर केंद्र नहीं है – हर वस्तु हर दूसरी वस्तु से दूर जा रही है।


प्रश्न 42: तारों का रंग उनके तापमान को कैसे दर्शाता है?

उत्तर:
तारों का रंग उनके सतही तापमान पर निर्भर करता है। यह एक वैज्ञानिक सिद्धांत है जिसे “ब्लैक बॉडी रेडिएशन” कहते हैं। नीले रंग के तारे अत्यधिक गर्म होते हैं – उनका तापमान लगभग 10,000 केल्विन या उससे अधिक होता है। सफेद तारे मध्यम तापमान वाले होते हैं, जबकि पीले तारे जैसे हमारा सूरज (लगभग 5800 K) उससे थोड़े ठंडे होते हैं। लाल रंग के तारे सबसे ठंडे होते हैं – उनका तापमान लगभग 3000 K तक होता है। इसलिए तारे का रंग देखकर खगोलशास्त्री उसकी उम्र, ऊर्जा और द्रव्यमान का अनुमान लगा सकते हैं। यह खगोल भौतिकी में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है।


प्रश्न 43: गुरुत्वाकर्षण बल क्या होता है?

उत्तर:
गुरुत्वाकर्षण बल वह प्राकृतिक बल है जो सभी वस्तुओं को एक-दूसरे की ओर खींचता है। पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण ही हम ज़मीन पर टिके रहते हैं, चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है, और समुद्र में ज्वार-भाटा आता है। आइज़ैक न्यूटन ने पहली बार इस बल को 17वीं शताब्दी में परिभाषित किया था। उन्होंने बताया कि कोई भी दो वस्तुएँ, जिनके पास द्रव्यमान होता है, एक-दूसरे को आकर्षित करती हैं, और यह बल उनके द्रव्यमान के गुणनफल के समानुपाती और उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है। बाद में आइंस्टीन ने सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत में बताया कि गुरुत्वाकर्षण वस्तुओं द्वारा अंतरिक्ष-काल (space-time) के वक्रण के कारण उत्पन्न होता है।


प्रश्न 44: प्रकाश की गति क्या होती है और क्यों स्थिर मानी जाती है?

उत्तर:
प्रकाश की गति निर्वात में लगभग 299,792 किलोमीटर प्रति सेकंड होती है, जिसे लगभग 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड (या 1,86,000 मील/सेकंड) मान लिया जाता है। यह गति ब्रह्मांड में सबसे तेज़ मानी जाती है और इसे भौतिकी में एक स्थिरांक के रूप में स्वीकार किया गया है। सापेक्षता के सिद्धांत के अनुसार कोई भी वस्तु या सूचना प्रकाश की गति से तेज नहीं जा सकती। यह गति इसलिए स्थिर मानी जाती है क्योंकि यह माध्यम पर निर्भर नहीं करती – यह निर्वात में हमेशा एक जैसी रहती है। यह विशेषता ब्रह्मांड के सभी मूल नियमों और समीकरणों (जैसे E=mc²) की आधारशिला है।


प्रश्न 45: इंसान के डीएनए में कितनी जानकारी होती है?

उत्तर:
इंसानी डीएनए (DNA) में हमारे शरीर की लगभग हर जानकारी कोडित होती है – जैसे बालों का रंग, आँखों की बनावट, त्वचा की बनावट, रोगों की प्रवृत्ति आदि। एक कोशिका के नाभिक में लगभग 3 अरब बेस पेयर होते हैं। यदि डीएनए को खोलकर सीधा किया जाए, तो यह लगभग 2 मीटर लंबा होगा, और पूरे शरीर की सभी कोशिकाओं का डीएनए जोड़ें, तो यह पृथ्वी से सूर्य तक कई सौ बार जा सकता है! वैज्ञानिकों का मानना है कि इंसानी डीएनए में लगभग 1.5 गीगाबाइट डिजिटल जानकारी के बराबर डेटा होता है। यह जानकारी 23 जोड़ों वाले गुणसूत्रों (Chromosomes) में संग्रहीत होती है, और पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित होती रहती है।


प्रश्न 46: कौन-सी गैसें पृथ्वी के वातावरण में पाई जाती हैं?

उत्तर:
पृथ्वी का वातावरण कई गैसों से मिलकर बना है। इसमें सबसे अधिक मात्रा में नाइट्रोजन (78%) पाई जाती है, उसके बाद ऑक्सीजन (21%) और फिर आर्गन, कार्बन डाइऑक्साइड, और अन्य गैसें। इन गैसों का मिश्रण जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। ऑक्सीजन जीवों के श्वसन के लिए आवश्यक है, जबकि पौधे कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग प्रकाश-संश्लेषण में करते हैं। ट्रेस गैसें, जैसे मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड और ओजोन, जलवायु और वायुमंडलीय प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालाँकि, मानव गतिविधियों के कारण ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा बढ़ रही है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं।


प्रश्न 47: कंप्यूटर का मस्तिष्क क्या होता है?

उत्तर:
कंप्यूटर का “मस्तिष्क” CPU (Central Processing Unit) होता है। यह वह हिस्सा है जो सभी गणनाएँ करता है, निर्देशों को संसाधित करता है और डेटा को नियंत्रित करता है। इसे माइक्रोप्रोसेसर भी कहा जाता है। CPU में अरबों ट्रांजिस्टर लगे होते हैं जो बिजली के छोटे-छोटे संकेतों के माध्यम से कार्य करते हैं। आधुनिक CPUs में कई कोर होते हैं – जैसे डुअल-कोर, क्वाड-कोर आदि – जो एक साथ कई कार्य कर सकते हैं। CPU जितना तेज़ और शक्तिशाली होता है, कंप्यूटर उतना ही बेहतर प्रदर्शन करता है। इसे रैम (RAM), स्टोरेज और अन्य हार्डवेयर से सहयोग मिलता है।


प्रश्न 48: टेलीस्कोप और माइक्रोस्कोप में क्या अंतर है?

उत्तर:
टेलीस्कोप और माइक्रोस्कोप दोनों देखने के उपकरण हैं, लेकिन उनका उपयोग अलग-अलग होता है। टेलीस्कोप का उपयोग आकाशीय पिंडों (तारे, ग्रह, आकाशगंगाएँ) को देखने के लिए किया जाता है। यह दूर की बड़ी वस्तुओं को पास और स्पष्ट दिखाता है। वहीं माइक्रोस्कोप का उपयोग बहुत छोटी वस्तुओं (जैसे कोशिकाएँ, जीवाणु, कण) को देखने के लिए होता है, जिन्हें आँख से देख पाना संभव नहीं होता। टेलीस्कोप प्रकाश को इकट्ठा करता है, जबकि माइक्रोस्कोप प्रकाश या इलेक्ट्रॉनों का उपयोग कर वस्तु को बड़ा करके दिखाता है। दोनों विज्ञान के लिए अनमोल उपकरण हैं – एक आकाश को समझने में मदद करता है और दूसरा सूक्ष्म जीवन को।


प्रश्न 49: इंसानों में रक्त क्यों लाल होता है?

उत्तर:
इंसानों में रक्त लाल रंग का होता है क्योंकि इसमें हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन होता है, जो लोहे से बना होता है। जब यह ऑक्सीजन से जुड़ता है, तो यह चमकीला लाल रंग का हो जाता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में पाया जाता है और शरीर में ऑक्सीजन को फेफड़ों से कोशिकाओं तक और कार्बन डाइऑक्साइड को कोशिकाओं से फेफड़ों तक पहुँचाता है। जब रक्त ऑक्सीजन से भरपूर होता है तो यह चमकीला लाल होता है, और जब ऑक्सीजन कम होती है तो यह गहरा लाल दिखता है। विभिन्न जीवों में रक्त का रंग अलग-अलग हो सकता है – जैसे कुछ जानवरों का रक्त नीला भी होता है।


प्रश्न 50: जल चक्र (Water Cycle) क्या होता है?

उत्तर:
जल चक्र वह प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से पृथ्वी पर पानी निरंतर घूमता रहता है – यह एक बंद चक्र है जिसमें वाष्पीकरण (evaporation), संघनन (condensation), वर्षा (precipitation), और प्रवाह (runoff) शामिल होते हैं। सूर्य की गर्मी के कारण जल स्रोतों से पानी वाष्प बनकर उड़ता है और वायुमंडल में जाता है। वहाँ यह ठंडा होकर बादलों के रूप में संघनित होता है। जब बादल भारी हो जाते हैं, तो वर्षा के रूप में पानी धरती पर वापस आता है। यह पानी नदियों, झीलों, और समुद्रों में जाकर पुनः इस चक्र को शुरू करता है। यह चक्र पृथ्वी के जीवन को बनाए रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।

 


प्रश्न 51: सौर ऊर्जा क्या है और इसका उपयोग कैसे होता है?

उत्तर:
सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त होने वाली ऊर्जा है, जो पृथ्वी पर प्रकाश और गर्मी के रूप में पहुँचती है। यह अक्षय ऊर्जा का सबसे प्रमुख स्रोत है, जो कभी समाप्त नहीं होता। सौर ऊर्जा का उपयोग दो प्रमुख तरीकों से किया जाता है – सौर तापीय प्रणाली (solar thermal) जो सूर्य की गर्मी का उपयोग पानी गरम करने या खाना पकाने के लिए करती है, और सौर फोटोवोल्टिक प्रणाली (solar PV) जो सूर्य के प्रकाश को बिजली में बदलती है। सौर पैनलों की मदद से हम घर, कारखाने और यहां तक कि पूरे शहर को बिजली प्रदान कर सकते हैं। यह पर्यावरण के लिए सुरक्षित और कार्बन मुक्त ऊर्जा है। भारत जैसे धूप वाले देशों के लिए यह ऊर्जा का भविष्य हो सकता है।


प्रश्न 52: दूध सफेद क्यों होता है?

उत्तर:
दूध सफेद इसलिए होता है क्योंकि उसमें मौजूद प्रोटीन (विशेष रूप से कैसिइन), वसा की बूंदें और अन्य कण प्रकाश को फैलाते हैं। जब प्रकाश दूध से होकर गुजरता है, तो यह इन छोटे कणों से टकराकर सभी दिशाओं में बिखर जाता है। यह प्रक्रिया “स्कैटरिंग ऑफ लाइट” कहलाती है, जिससे दूध सफेद दिखाई देता है। दूध में मौजूद पानी पारदर्शी होता है, लेकिन उसमें फैटी एसिड और प्रोटीन के सूक्ष्म कण मिलकर उसे अपारदर्शी और सफेद बना देते हैं। अगर दूध से वसा और कुछ प्रोटीन हटा दिए जाएँ, तो वह थोड़ा पारदर्शी दिख सकता है, जैसे टोंड दूध या स्किम्ड मिल्क।


प्रश्न 53: बैक्टीरिया और वायरस में क्या अंतर होता है?

उत्तर:
बैक्टीरिया और वायरस दोनों सूक्ष्मजीव होते हैं, लेकिन दोनों में बड़ा अंतर होता है। बैक्टीरिया एकल-कोशिकीय जीव होते हैं, जिनकी अपनी संरचना और चयापचय होता है। ये स्वतः भोजन बना सकते हैं और जीवित रह सकते हैं। कुछ बैक्टीरिया लाभकारी होते हैं, जैसे दही में पाए जाने वाले लैक्टोबैसिलस। दूसरी ओर, वायरस जीव और निर्जीव के बीच की कड़ी माने जाते हैं। वे केवल एक मेज़बान कोशिका में प्रवेश कर ही सक्रिय हो सकते हैं। वायरस के पास अपनी कोई कोशिकीय संरचना नहीं होती – वे सिर्फ डीएनए या आरएनए से बने होते हैं। वायरस जैसे फ्लू, कोरोना आदि बीमारियाँ फैलाते हैं। बैक्टीरिया पर एंटीबायोटिक काम करता है, पर वायरस पर नहीं।


प्रश्न 54: मोबाइल फोन सिग्नल कैसे काम करता है?

उत्तर:
मोबाइल फोन सिग्नल इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगों के ज़रिए कार्य करता है। जब आप किसी को कॉल करते हैं, तो आपकी आवाज़ को डिजिटल सिग्नल में बदला जाता है और रेडियो तरंगों के रूप में मोबाइल टॉवर तक पहुँचाया जाता है। वहां से यह टॉवर नेटवर्क के ज़रिए रिसीवर के नज़दीकी टॉवर तक जाता है और फिर उस व्यक्ति के मोबाइल फोन में वापस आवाज़ में बदल जाता है। यह प्रक्रिया बहुत तेज़ी से होती है, जिससे हमें रीयल-टाइम संचार मिलता है। सिग्नल की ताकत टॉवर की दूरी, बाधाओं (जैसे इमारतें), मौसम और मोबाइल की क्षमता पर निर्भर करती है। 4G और 5G जैसी तकनीकें इस प्रक्रिया को और तेज़ बनाती हैं।


प्रश्न 55: पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति कैसे हुई?

उत्तर:
पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति एक जटिल और अब तक पूरी तरह स्पष्ट न हो सकी प्रक्रिया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, लगभग 3.5 से 4 अरब साल पहले पृथ्वी के वातावरण में मीथेन, अमोनिया, जलवाष्प और हाइड्रोजन गैसें थीं। बिजली, ज्वालामुखी और पराबैंगनी किरणों की ऊर्जा से इन तत्वों ने मिलकर सरल अमीनो अम्ल बनाए – जो जीवन के निर्माण खंड हैं। इसे “प्राइमर्डियल सूप थ्योरी” कहा जाता है। इन अणुओं से धीरे-धीरे कोशिकाएँ बनीं, और लाखों वर्षों के विकास के बाद जटिल जीवों की उत्पत्ति हुई। यह प्रक्रिया ‘बायोजेनेसिस’ कहलाती है। आज भी वैज्ञानिक इस पर शोध कर रहे हैं।


प्रश्न 56: हृदय कैसे काम करता है?

उत्तर:
हृदय मानव शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है जो रक्त को पूरे शरीर में पंप करता है। यह एक पेशीय अंग (muscular organ) है, जो चार कक्षों – दो आलिंद (atria) और दो निलय (ventricles) – में विभाजित होता है। दाहिना भाग ऑक्सीजन रहित रक्त को फेफड़ों में भेजता है जहाँ यह ऑक्सीजन से भरता है, और फिर बायां भाग उस रक्त को शरीर के अन्य हिस्सों में पंप करता है। यह प्रक्रिया प्रति मिनट 60–100 बार दोहराई जाती है। हृदय की धड़कन नसों (arteries) और शिराओं (veins) में रक्त के प्रवाह को नियंत्रित करती है। यह लगातार काम करता है – बिना रुके, जीवन भर।


प्रश्न 57: रेडियो कैसे काम करता है?

उत्तर:
रेडियो एक ऐसी तकनीक है जो रेडियो तरंगों का उपयोग करके ध्वनि को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजता है। जब कोई व्यक्ति रेडियो स्टेशन पर बोलता है या गाना बजाता है, तो उसकी आवाज़ को माइक्रोफोन से विद्युत संकेत में बदला जाता है। यह विद्युत संकेत रेडियो तरंगों में बदलकर ट्रांसमीटर से प्रसारित किया जाता है। आपका रेडियो रिसीवर इन तरंगों को पकड़ता है और फिर उन्हें वापस ध्वनि में बदलता है। यह प्रक्रिया बहुत तेज़ी से होती है और इसमें आवृत्तियों (frequencies) का बड़ा योगदान होता है – जैसे FM 93.5 MHz। यह तकनीक सूचना और मनोरंजन के लिए बहुत उपयोगी है।


प्रश्न 58: पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र क्या है?

उत्तर:
पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र उसके कोर में मौजूद पिघले हुए लोहा-निकेल के घूर्णन से उत्पन्न होता है। यह क्षेत्र पृथ्वी के चारों ओर एक अदृश्य ढाल की तरह फैला होता है, जो सूर्य से आने वाले सौर पवन (solar wind) और हानिकारक किरणों से हमें बचाता है। यही चुंबकीय क्षेत्र कम्पास को दिशा दिखाने में मदद करता है – कम्पास की सुई हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुड़ती है क्योंकि वह चुंबकीय उत्तर ध्रुव की ओर आकर्षित होती है। बिना इस क्षेत्र के, पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक वातावरण और ओजोन परत सुरक्षित नहीं रह पाती।


प्रश्न 59: वायुमंडल के परतें कौन-कौन सी हैं?

उत्तर:
पृथ्वी का वायुमंडल पाँच मुख्य परतों में विभाजित होता है:

  1. क्षोभमंडल (Troposphere): यहाँ मौसम और बादल बनते हैं।
  2. समतापमंडल (Stratosphere): इसमें ओजोन परत होती है जो UV किरणों से रक्षा करती है।
  3. मध्य मण्डल (Mesosphere): यहाँ उल्काएँ जलती हैं।
  4. थर्मोस्फीयर (Thermosphere): यहाँ अंतरिक्ष यान और उपग्रह घूमते हैं।
  5. एक्सोस्फीयर (Exosphere): यह सबसे ऊपरी परत है जो धीरे-धीरे अंतरिक्ष में मिल जाती है।
    हर परत का तापमान, घनत्व और कार्य अलग होता है। इन परतों के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव है।

प्रश्न 60: मनुष्य की त्वचा कैसे कार्य करती है?

उत्तर:
त्वचा मानव शरीर की सबसे बड़ी अंग है और यह शरीर की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह शरीर को बाहरी पर्यावरण, रोगाणुओं, धूल और हानिकारक पदार्थों से बचाती है। त्वचा की तीन परतें होती हैं:

  1. एपिडर्मिस (बाहरी परत): जो मृत कोशिकाओं से बनी होती है।
  2. डर्मिस (मध्य परत): जिसमें रक्त वाहिकाएं, तंत्रिकाएं और बालों की जड़ें होती हैं।
  3. हाइपोडर्मिस (अंदरूनी परत): जो वसा की परत होती है और शरीर को गर्म रखती है।
    त्वचा तापमान को नियंत्रित करने, पसीना निकालने, और स्पर्श अनुभव कराने में मदद करती है। यह विटामिन D के संश्लेषण में भी भूमिका निभाती है।

 


प्रश्न 61: पसीना क्यों आता है और यह कैसे मदद करता है?

उत्तर:
पसीना शरीर की तापमान को नियंत्रित करने की एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। जब शरीर का तापमान बढ़ता है, तो मस्तिष्क की हाइपोथैलेमस ग्रंथि पसीना ग्रंथियों को सक्रिय करती है। ये ग्रंथियाँ त्वचा की सतह पर पानी, लवण और अन्य तत्वों का मिश्रण छोड़ती हैं – जिसे हम पसीना कहते हैं। जब यह पसीना वाष्पीकृत होता है, तो यह शरीर की ऊष्मा को बाहर निकालता है और शरीर को ठंडा करता है। यह विशेषकर गर्मी, व्यायाम या तनाव के दौरान अधिक होता है। साथ ही, पसीना शरीर से कुछ अपशिष्ट तत्व भी बाहर निकालता है, जो त्वचा की सफाई में मदद करता है।


प्रश्न 62: मानव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली क्या है?

उत्तर:
मानव मस्तिष्क एक अद्भुत जैविक कंप्यूटर है, जो विचार, भावनाएँ, स्मृति, और शरीर के सभी कार्यों को नियंत्रित करता है। यह तीन प्रमुख भागों में बँटा होता है – सेरिब्रम, सेरेबेलम और ब्रेनस्टेम। सेरिब्रम सोचने, सीखने और निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार है। सेरेबेलम संतुलन और गति को नियंत्रित करता है। ब्रेनस्टेम हृदयगति, श्वसन और पाचन जैसे अनैच्छिक कार्य करता है। मस्तिष्क अरबों न्यूरॉनों से बना होता है, जो विद्युत संकेतों के माध्यम से संवाद करते हैं। यह पूरे तंत्रिका तंत्र को नियंत्रित करता है और शरीर की हर प्रतिक्रिया का केंद्र है।


प्रश्न 63: हम सपने क्यों देखते हैं?

उत्तर:
सपने देखना मानव मस्तिष्क की एक रहस्यमय प्रक्रिया है, जो मुख्यतः REM (Rapid Eye Movement) नींद की अवस्था में होती है। इस समय मस्तिष्क बहुत सक्रिय होता है, पर शरीर लगभग स्थिर होता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि सपनों के माध्यम से मस्तिष्क दिनभर की जानकारी को छाँटता है, यादों को व्यवस्थित करता है और भावनात्मक तनाव से राहत देता है। कभी-कभी सपने हमारी चिंताओं, इच्छाओं या कल्पनाओं को दर्शाते हैं। यह अभी तक पूरी तरह समझा नहीं जा सका है, लेकिन सपने मानसिक स्वास्थ्य, स्मृति और रचनात्मकता के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं।


प्रश्न 64: रॉकेट कैसे उड़ता है?

उत्तर:
रॉकेट न्यूटन के तीसरे नियम पर आधारित होता है – “हर क्रिया की बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।” जब रॉकेट के इंजन से ईंधन जलता है, तो वह तेजी से गैसों को नीचे की ओर छोड़ता है। इस गैस के बल से रॉकेट को ऊपर की ओर प्रतिक्रिया बल मिलता है। रॉकेट का डिज़ाइन और ईंधन इसे वायुमंडल से बाहर निकलने में मदद करते हैं। मल्टी-स्टेज रॉकेट में एक के बाद एक हिस्से गिरते हैं जिससे भार कम होता है और गति बढ़ती है। रॉकेटों का उपयोग उपग्रह प्रक्षेपण, अंतरिक्ष यान भेजने और रक्षा में होता है।


प्रश्न 65: प्लास्टिक पर्यावरण के लिए हानिकारक क्यों है?

उत्तर:
प्लास्टिक एक सिंथेटिक पदार्थ है जो प्राकृतिक रूप से नहीं सड़ता। यह सैकड़ों वर्षों तक मिट्टी या जल में बना रह सकता है। जब प्लास्टिक कचरे के रूप में नदियों, समुद्रों और ज़मीन पर फैलता है, तो यह जानवरों द्वारा खा लिया जाता है या उनके शरीर में फंस जाता है। समुद्री जीव प्लास्टिक को भोजन समझकर निगल लेते हैं जिससे उनकी मृत्यु हो सकती है। प्लास्टिक जलाने पर जहरीली गैसें निकलती हैं, जो वायु प्रदूषण का कारण बनती हैं। माइक्रोप्लास्टिक मानव शरीर तक भी पहुँचने लगा है। इसीलिए “प्लास्टिक मुक्त पृथ्वी” की दिशा में प्रयास ज़रूरी हैं।


प्रश्न 66: चंद्रमा पर गुरुत्वाकर्षण क्यों कम होता है?

उत्तर:
चंद्रमा का द्रव्यमान (mass) पृथ्वी से लगभग 1/6 गुना है। चूंकि गुरुत्वाकर्षण बल द्रव्यमान पर निर्भर करता है, इसलिए चंद्रमा पर गुरुत्वाकर्षण भी पृथ्वी के मुकाबले बहुत कम होता है – लगभग 1.62 m/s²। इसका अर्थ है कि यदि आप पृथ्वी पर 60 किलो वज़न के हैं, तो चंद्रमा पर आपका भार केवल 10 किलो होगा। इसी कारण अंतरिक्ष यात्री वहाँ ऊँचाई तक उछल सकते हैं और धीमी गति से चलते हैं। कम गुरुत्व बल के कारण वहाँ वातावरण भी नहीं टिक पाता, जिससे चंद्रमा पर जीवन असंभव है।


प्रश्न 67: बिजली कैसे बनती है?

उत्तर:
बिजली उत्पादन का प्रमुख सिद्धांत है विद्युत चुंबकीय प्रेरण (electromagnetic induction)। जब किसी तार के भीतर चुंबकीय क्षेत्र में गति उत्पन्न की जाती है, तो उसमें विद्युत धारा उत्पन्न होती है। इसी सिद्धांत का उपयोग पावर स्टेशन में होता है। टर्बाइन को जल, भाप, वायु या डीजल द्वारा घुमाया जाता है जिससे जेनरेटर की चुंबकीय कुंडली में करंट बनता है। इसके बाद यह विद्युत ग्रिड में भेजी जाती है और ट्रांसफॉर्मर द्वारा स्थानों पर पहुँचाई जाती है। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा और हाइड्रोपावर जैसे विभिन्न स्रोत बिजली बनाने में उपयोग होते हैं।


प्रश्न 68: पत्तियाँ हरी क्यों होती हैं?

उत्तर:
पत्तियाँ हरी इसलिए होती हैं क्योंकि उनमें क्लोरोफिल नामक रंजक (पिगमेंट) होता है। यह क्लोरोफिल प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया में सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है, विशेषकर लाल और नीली तरंगों को। लेकिन यह हरे रंग की तरंगों को परावर्तित करता है, जिससे पत्तियाँ हमें हरी दिखाई देती हैं। प्रकाश संश्लेषण के दौरान पौधे कार्बन डाइऑक्साइड और जल का उपयोग कर ग्लूकोज़ (शर्करा) और ऑक्सीजन बनाते हैं। क्लोरोफिल इस पूरी प्रक्रिया का केंद्र होता है। पतझड़ के समय, जब क्लोरोफिल टूटने लगता है, तब पत्तियों का रंग बदलकर पीला या नारंगी हो जाता है।


प्रश्न 69: सूरज का रंग वास्तव में क्या है?

उत्तर:
सूरज वास्तव में शुद्ध सफेद रंग का होता है, लेकिन पृथ्वी से यह हमें पीला दिखाई देता है। इसका कारण है पृथ्वी के वायुमंडल द्वारा प्रकाश का प्रकीर्णन (scattering)। जब सूर्य की किरणें वायुमंडल में प्रवेश करती हैं, तो नीली और बैंगनी किरणें अधिक फैलती हैं और पीली-लाल किरणें हमारी आंखों तक पहुँचती हैं, जिससे सूरज पीला लगता है। यदि आप अंतरिक्ष से सूरज को देखें, तो वह सफेद दिखेगा। सूरज का तापमान लगभग 5,500 डिग्री सेल्सियस होता है और उसका प्रकाश सभी रंगों का मिश्रण होता है।


प्रश्न 70: डीएनए क्या होता है और इसका क्या कार्य है?

उत्तर:
डीएनए (DNA) यानी डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड, सभी जीवित कोशिकाओं में पाया जाने वाला आनुवंशिक पदार्थ है। यह हमारी शरीर संरचना, रंग, ऊँचाई, व्यवहार और स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी का कोड होता है। डीएनए दो हेलिकल रेखाओं (double helix) से बना होता है, जो चार प्रकार के न्यूक्लियोटाइड्स – एडेनिन, थायमिन, साइटोसिन और ग्वानिन – से मिलकर बना होता है। डीएनए जीन बनाता है, और जीन प्रोटीन बनाने के लिए आवश्यक निर्देश देता है। यही जीन माता-पिता से बच्चों तक जाते हैं, जिससे वंशानुगत गुण मिलते हैं। डीएनए ही जीवन का खाका है।

 


प्रश्न 71: आकाश में बादल क्यों बनते हैं?

उत्तर:
बादल तब बनते हैं जब वायुमंडल में मौजूद नमी जलवाष्प के रूप में ऊपर उठती है और ठंडी हो जाती है। जब यह ठंडी वाष्प पानी की छोटी-छोटी बूंदों में बदल जाती है, तो ये बूंदें मिलकर बादल बनाती हैं। गर्मी के दौरान सूर्य की किरणों से समुद्र और अन्य जल स्रोतों से पानी वाष्पित होकर वायुमंडल में चला जाता है। जैसे ही यह वाष्प ऊँचाई पर पहुँचती है, वहाँ का तापमान कम होता है और जलवाष्प संघनित होकर बादल में बदल जाती है। इन बादलों में लाखों छोटी जल बूंदें होती हैं जो एक साथ मिलकर घना बादल बनाती हैं, और जब ये बूंदें बड़ी हो जाती हैं, तो वर्षा के रूप में जमीन पर गिरती हैं।


प्रश्न 72: क्यों रात में तारे दिखाई देते हैं?

उत्तर:
रात के समय तारे इसलिए दिखाई देते हैं क्योंकि सूर्य की रोशनी पृथ्वी के विपरीत दिशा में होती है, जिससे हम सूर्य के अलावा अन्य आकाशीय पिंडों को देख सकते हैं। दिन के समय सूर्य की रोशनी इतनी प्रबल होती है कि वह आकाश के बाकी तारों की रोशनी को दबा देती है, इस कारण तारे दिन में दिखाई नहीं देते। रात में सूर्य के प्रकाश का पृथ्वी पर प्रभाव समाप्त हो जाता है और हम आकाश में फैले तारों को देख सकते हैं। यह घटना पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण होती है, जिससे दिन और रात का परिवर्तन होता है।


प्रश्न 73: पृथ्वी का आकार गोल क्यों है?

उत्तर:
पृथ्वी का आकार गोल (गोलाकार) है, लेकिन यह पूरी तरह से गोल नहीं, बल्कि अंडाकार है (जिसे “जियोइड” कहा जाता है)। पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण इसके पोल के पास दबाव कम और भूमध्यरेखीय क्षेत्र में अधिक होता है, जिससे यह थोड़ा चपटा दिखता है। पृथ्वी का आकार गोल इसलिए है क्योंकि गुरुत्वाकर्षण बल ने पृथ्वी के कणों को एक दूसरे की ओर आकर्षित किया और इन्हें केंद्र की ओर खींचा। इस प्रक्रिया ने पृथ्वी को एक समान गोल आकार देने में मदद की। पृथ्वी के आकार का यह रूप सबसे अधिक स्थिर और संतुलित है, जिससे यह जीवन के लिए अनुकूल है।


प्रश्न 74: पृथ्वी पर जीवन के लिए जल क्यों आवश्यक है?

उत्तर:
पृथ्वी पर जीवन के लिए जल आवश्यक है क्योंकि यह जीवन की कई महत्वपूर्ण जैविक प्रक्रियाओं में एक केंद्रीय तत्व है। जल सभी जैविक प्रतिक्रियाओं, जैसे पोषक तत्वों का परिवहन, पाचन और अपशिष्ट के उत्सर्जन में शामिल होता है। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और कोशिकाओं के अंदर और बाहर होने वाली प्रतिक्रियाओं के लिए वातावरण प्रदान करता है। जल जीवन के लिए एक सार्वभौमिक विलायक है, यानी यह अधिकांश रासायनिक प्रतिक्रियाओं के लिए माध्यम प्रदान करता है। इसके अलावा, जल का महत्वपूर्ण कार्य है ऊर्जा का संचय और परिवहन। बिना पानी के, जीवन का अस्तित्व असंभव होता।


प्रश्न 75: ध्वनि का संचरण कैसे होता है?

उत्तर:
ध्वनि एक यांत्रिक लहर है जो वायु, जल या किसी अन्य माध्यम में कंप्रेशन और रिफ्रैक्शन की प्रक्रिया के द्वारा फैलती है। जब कोई वस्तु कंपन करती है, तो वह पास की हवा के कणों को हिला देती है, और ये कण एक के बाद एक आगे बढ़ते हैं, जिससे ध्वनि लहर का निर्माण होता है। उदाहरण के लिए, जब आप ताल देते हैं, तो आपकी हथेली हवा के कणों को हिलाती है, और ये कण आपकी आवाज़ को दूसरों तक पहुँचाते हैं। ध्वनि को गति प्राप्त करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है, इसलिए यह शून्य में नहीं यात्रा कर सकती। ध्वनि का वेग उस माध्यम की घनत्व और तापमान पर निर्भर करता है।


प्रश्न 76: क्या अंतरिक्ष में ध्वनि यात्रा कर सकती है?

उत्तर:
नहीं, अंतरिक्ष में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती। इसका कारण यह है कि अंतरिक्ष में कोई वायुमंडल या माध्यम नहीं होता, जिससे ध्वनि के कण आपस में टकराकर एक दूसरे तक पहुँच सकें। ध्वनि एक यांत्रिक लहर है, जिसे फैलने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है, जैसे हवा, पानी या ठोस पदार्थ। चूँकि अंतरिक्ष निर्वात (vacuum) है, वहाँ ध्वनि का संचरण नहीं हो सकता। हालांकि, अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष यान में ध्वनि का संचरण होता है क्योंकि वहाँ हवा और अन्य तत्व होते हैं, लेकिन अंतरिक्ष में यह संभव नहीं है।


प्रश्न 77: पृथ्वी के गोल घूमने का प्रभाव क्या है?

उत्तर:
पृथ्वी का गोल घूमना न केवल दिन-रात के परिवर्तन का कारण बनता है, बल्कि इसके कारण कई प्राकृतिक घटनाएँ भी प्रभावित होती हैं। पृथ्वी की घूर्णन गति की वजह से कोरियोलिस प्रभाव (Coriolis effect) उत्पन्न होता है, जो वायुमंडल और महासागरों में धाराओं की दिशा निर्धारित करता है। यह कारण है कि हवाएँ और समुद्री धाराएँ गोल दिशा में घूमती हैं। घूर्णन के कारण पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव भी समान रूप से वितरित नहीं होता, जिससे भूमध्यरेखा पर गुरुत्वाकर्षण बल थोड़ा कम होता है। इसके अलावा, पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण हमारी दिनचर्या और मौसम पर भी प्रभाव पड़ता है।


प्रश्न 78: मौसम और जलवायु में क्या अंतर है?

उत्तर:
मौसम और जलवायु दोनों पर्यावरण के तापमान, आर्द्रता, वायु दबाव, वर्षा आदि से संबंधित होते हैं, लेकिन इनमें बड़ा अंतर है। मौसम एक स्थान पर कुछ दिनों के लिए होने वाली атмосферिक परिस्थितियों का परिणाम होता है। उदाहरण के लिए, गर्मी, सर्दी, बारिश आदि मौसम के भाग हैं। इसके विपरीत, जलवायु किसी क्षेत्र का दीर्घकालिक औसत मौसम है, जो कई दशकों तक मापा जाता है। जलवायु, किसी स्थान की सामान्य मौसम की स्थिति को दर्शाती है, जैसे कि उष्णकटिबंधीय जलवायु, शीतोष्ण जलवायु आदि। मौसम में तात्कालिक परिवर्तन होते हैं, जबकि जलवायु में समय के साथ बदलाव होता है।


प्रश्न 79: सूरज की किरणें पृथ्वी तक कैसे पहुँचती हैं?

उत्तर:
सूरज की किरणें पृथ्वी तक अंतरिक्ष में यात्रा करती हैं, और इस यात्रा में इनकी गति लगभग 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड होती है। जब सूरज से निकलने वाली ऊर्जा पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करती है, तो यह मुख्य रूप से इन्फ्रारेड, विजिबल लाइट, और यूवी किरणों के रूप में होती है। सूर्य की किरणें पृथ्वी की वायुमंडल में प्रवेश करती हैं और इनसे मौसम, तापमान, और जलवायु प्रभावित होते हैं। इन किरणों का अधिकांश भाग वायुमंडल में अवशोषित या प्रकीर्णित (scattered) होता है, लेकिन जो बची हुई किरणें पृथ्वी की सतह तक पहुँचती हैं, वही ऊर्जा का प्रमुख स्रोत होती हैं।


प्रश्न 80: बर्फ पानी से क्यों हल्की होती है?

उत्तर:
बर्फ पानी से हल्की इसलिए होती है क्योंकि बर्फ में पानी के अणुओं के बीच अधिक स्थान होता है। जब पानी ठंडा होता है, तो उसके अणु धीरे-धीरे एक दूसरे से दूर होते जाते हैं और एक क्रिस्टल संरचना बनाते हैं, जिससे बर्फ का घनत्व पानी से कम हो जाता है। पानी में जब तापमान घटता है, तो उसके अणु गति में कमी करते हैं और ठंडा होने पर एक निश्चित आकार में ठंढा हो जाते हैं। इस संरचना में हवा के बक्से होते हैं, जो बर्फ को हल्का बनाते हैं। यही कारण है कि बर्फ पानी पर तैरती है।

 


प्रश्न 81: जलचरों और थलचरों में क्या अंतर है?

उत्तर:
जलचर वे जीव होते हैं जो पूरी या अधिकांश समय जल में रहते हैं, जैसे मछलियाँ, मेंढ़क, और जलकुंभी। वे पानी में सांस लेने के लिए गिल्स का उपयोग करते हैं और जल के अंदर रहने के लिए उनकी शारीरिक संरचना उपयुक्त होती है। दूसरी ओर, थलचर वे जीव होते हैं जो जमीन पर रहते हैं, जैसे आदमी, हाथी और बिल्लियाँ। थलचरों में श्वसन के लिए फेफड़े होते हैं और उनका शरीर भूमि पर चलने के लिए अनुकूलित होता है। जलचर जल में जीवन यापन करने के लिए विशेष अनुकूलन रखते हैं, जबकि थलचर थल पर जीवन यापन करने के लिए उपयुक्त होते हैं।


प्रश्न 82: वायु प्रदूषण का क्या प्रभाव होता है?

उत्तर:
वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। यह श्वसन तंत्र, हृदय और रक्तवाहिनियों को नुकसान पहुंचाता है। प्रदूषित हवा में विभिन्न विषैले गैसें, जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, और नाइट्रोजन ऑक्साइड होते हैं, जो अस्थमा, ब्रोन्काइटिस और अन्य श्वसन रोगों का कारण बनते हैं। वायु प्रदूषण से बच्चों और बुजुर्गों में अधिक स्वास्थ्य समस्याएँ होती हैं। लंबे समय तक वायु प्रदूषण का संपर्क होने से कैंसर और दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त, वायु प्रदूषण से वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों का स्तर बढ़ता है, जो जलवायु परिवर्तन का कारण बनता है।


प्रश्न 83: सूर्य की किरणों का हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर:
सूर्य की किरणों में दो प्रमुख प्रकार की विकिरण होती हैं: यूवी (UV) और इन्फ्रारेड (IR)यूवी विकिरण त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है और यह त्वचा कैंसर, सनबर्न और त्वचा की उम्र बढ़ाने का कारण बन सकता है। हालांकि, सूर्य की रोशनी में एक महत्वपूर्ण तत्व है, विटामिन D, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इन्फ्रारेड विकिरण शरीर को गर्मी प्रदान करता है और इसका स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होता, लेकिन अत्यधिक सूर्य के संपर्क में आने से शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ सकता है, जिससे हीटस्ट्रोक जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।


प्रश्न 84: ध्रुवीय क्षेत्र में बर्फ क्यों रहती है?

उत्तर:
ध्रुवीय क्षेत्र में बर्फ का जमाव मुख्य रूप से तापमान के अत्यधिक निम्न स्तर के कारण होता है। वहाँ सूर्य की किरणें सीधी नहीं पड़तीं, क्योंकि ये क्षेत्रों पृथ्वी के ध्रुवीय अक्षों के पास होते हैं। इस वजह से वहाँ तापमान बहुत कम रहता है, और जलवाष्प का ठंडा होकर बर्फ में बदल जाना आसान होता है। बर्फ की परतें बनी रहती हैं क्योंकि तापमान ठंडा होता है, और बर्फ का पिघलने का समय बहुत लंबा होता है। इसके अलावा, वहाँ की जलवायु में बहुत कम वर्षा होती है, इसलिए बर्फ स्थिर रहती है। यह क्षेत्र पृथ्वी के महत्वपूर्ण पर्यावरणीय संतुलन के लिए आवश्यक है।


प्रश्न 85: कालेholes क्या होते हैं?

उत्तर:
कालेholes (Black Holes) वे खगोलीय पिंड होते हैं जिनका गुरुत्वाकर्षण इतना प्रबल होता है कि वहाँ से कोई भी वस्तु, यहाँ तक कि प्रकाश भी, बाहर नहीं निकल सकता। ये तब बनते हैं जब बड़े सितारे अपने जीवन के अंत में सुपरनोवा के रूप में फटते हैं। इस विस्फोट के बाद, उनके केंद्र में एक अत्यधिक घना पिंड बचता है, जो एक कालेhole का रूप लेता है। कालेholes के पास इवेंट होराइजन होता है, जो वह सीमा होती है, जिसके बाद कुछ भी नहीं निकल सकता। कालेhole के गुरुत्वाकर्षण के कारण समय और स्थान की अवधारणाएँ भी विकृत हो सकती हैं।


प्रश्न 86: जल चक्र कैसे काम करता है?

उत्तर:
जल चक्र पृथ्वी पर पानी के निरंतर घूमने की प्रक्रिया है, जो वायुमंडल, समुद्र, नदियाँ, और भूमि के बीच पानी का वितरण करती है। जल चक्र में चार प्रमुख चरण होते हैं: वाष्पीकरण, संघनन, वृष्टि, और बहाव। सबसे पहले, सूरज के ताप से जल वाष्पित होकर वायुमंडल में पहुँचता है। फिर यह वाष्प ठंडी होकर बादल बनता है (संघनन)। जब बादल भारी हो जाते हैं, तो वर्षा के रूप में पानी पृथ्वी पर वापस गिरता है। यह पानी नदियों और महासागरों में बहता है और फिर से वाष्पीकृत होकर जल चक्र को पुनः शुरू करता है। जल चक्र पर्यावरण में पानी के संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।


प्रश्न 87: पृथ्वी पर आंधी-तूफान क्यों आते हैं?

उत्तर:
आंधी-तूफान वायुमंडल में तेजी से बदलते दबाव और तापमान के कारण उत्पन्न होते हैं। जब गर्म, हल्की हवा अचानक ठंडी और भारी हवा से मिलती है, तो वायुदाब में अंतर उत्पन्न होता है, जिससे हवा तेज़ गति से चलने लगती है। आंधी या तूफान तब बनता है जब यह हवा की गति इतनी तेज़ हो जाती है कि वह धूल, बारिश और अन्य मौसमीय प्रभाव उत्पन्न करती है। उष्णकटिबंधीय तूफान (hurricanes) समुद्र के गर्म पानी से ऊर्जा लेते हैं और समुद्र के ऊपर बनने वाले बादलों में तेज़ हवाएँ उत्पन्न होती हैं। ये तूफान तब लैंडफॉल करते हैं और बड़े पैमाने पर बर्बादी का कारण बन सकते हैं।


प्रश्न 88: लेजर कैसे काम करता है?

उत्तर:
लेजर (Light Amplification by Stimulated Emission of Radiation) एक विशेष प्रकार की प्रकाश किरण होती है जो अत्यधिक एकरूप और सुस्पष्ट होती है। लेजर में प्रकाश के अणु उत्तेजित (excited) होते हैं, यानी उन्हें उच्च ऊर्जा प्रदान की जाती है, जिसके परिणामस्वरूप ये अणु एक समान दिशा में एक साथ ऊर्जा छोड़ते हैं। लेजर में प्रकाश का उत्सर्जन केवल एक ही आवृत्ति (फ्रीक्वेंसी) और रंग में होता है, और इस कारण लेजर की किरण बहुत सटीक और तीव्र होती है। इसे कई उद्योगों में, जैसे चिकित्सा, संचार, और विज्ञान प्रयोगों में उपयोग किया जाता है।


प्रश्न 89: विद्युत धारा क्या होती है?

उत्तर:
विद्युत धारा वह प्रवाह है जब इलेक्ट्रॉनों का एक निरंतर प्रवाह एक चालक से होकर गुजरता है। यह प्रवाह तब होता है जब एक विद्युत शक्ति स्रोत, जैसे बैटरी या पावर सप्लाई, एक विद्युत परिपथ को सक्रिय करता है। विद्युत धारा को आमतौर पर एम्पियर (Ampere) में मापा जाता है। यह धारा एक लोड (जैसे बल्ब, मोटर) के माध्यम से गुजरती है और उसे कार्य करने के लिए ऊर्जा प्रदान करती है। जब इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह अत्यधिक होता है, तो उसे हाई करंट कहते हैं, और जब यह कम होता है तो उसे लो करंट कहते हैं। विद्युत धारा का उपयोग ऊर्जा उत्पादन, संचार, और कई औद्योगिक प्रक्रियाओं में होता है।


प्रश्न 90: क्या कोई समय यात्रा संभव है?

उत्तर:
समय यात्रा का विचार सापेक्षता सिद्धांत (Theory of Relativity) पर आधारित है, जिसे अल्बर्ट आइंस्टीन ने प्रस्तुत किया था। इस सिद्धांत के अनुसार, समय और स्थान परिष्कृत रूप से जुड़े होते हैं और बड़े गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से समय में बदलाव हो सकता है। यदि कोई व्यक्ति अत्यधिक गति से यात्रा करता है, तो वह समय को धीमा अनुभव कर सकता है (जैसा कि अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के साथ हुआ है)। हालांकि, अभी तक विज्ञान ने समय यात्रा को पूरी तरह से सिद्ध नहीं किया है। वर्तमान में, समय यात्रा का कोई व्यावहारिक तरीका उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह विषय विज्ञान कथा फिल्मों और साहित्य में अत्यधिक लोकप्रिय है।

 


प्रश्न 91: पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र क्यों है?

उत्तर:
पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र उसकी आंतरिक संरचना के कारण है। पृथ्वी के केंद्र में एक पिघला हुआ धातु का कोर है, जिसमें primarily लोहा और निकल होते हैं। यह कोर अत्यधिक गरम और पिघला हुआ होता है, जिससे इसमें हलचल होती है। इस हलचल के कारण विद्युत धाराएं उत्पन्न होती हैं, जो चुंबकीय क्षेत्र बनाती हैं। यह प्रक्रिया डायनेमो प्रभाव के रूप में जानी जाती है। पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र न केवल कंपास के उपयोग में सहायक है, बल्कि यह हमें सूर्य से आने वाले हानिकारक विकिरणों से भी बचाता है। यह चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी की सतह से लगभग 6,000 किलोमीटर तक फैला हुआ है।


प्रश्न 92: क्यों पानी का तापमान बढ़ने पर उसका घनत्व कम हो जाता है?

उत्तर:
पानी का तापमान बढ़ने पर उसके अणुओं की गति तेज़ हो जाती है, जिससे वे एक दूसरे से दूर होने लगते हैं। पानी के अणु एक दूसरे से जुड़े होते हैं, और जब तापमान बढ़ता है तो इन अणुओं के बीच की दूरी बढ़ जाती है। इससे पानी का घनत्व कम हो जाता है, यानी पानी हल्का हो जाता है। यह घटना अन्य द्रवों के मुकाबले पानी में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि पानी का घनत्व 4°C पर सबसे अधिक होता है, और इसके बाद जब यह गर्म होता है, तो इसका घनत्व घटता है। यही कारण है कि गर्म पानी ठंडे पानी की तुलना में ऊपर की ओर तैरता है।


प्रश्न 93: क्यों मनुष्य को सोने की आवश्यकता होती है?

उत्तर:
मनुष्य को सोने की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि नींद का हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। नींद के दौरान शरीर में कोशिकाओं की मरम्मत, ऊर्जा का पुनः निर्माण और मस्तिष्क की सफाई (brain detoxification) की प्रक्रिया होती है। नींद के समय मस्तिष्क अपनी यादों को समेकित करता है और मानसिक थकान को दूर करता है। इसके अलावा, नींद के दौरान शरीर का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है, जिससे हम बीमारियों से लड़ने में सक्षम होते हैं। अगर पर्याप्त नींद नहीं मिलती, तो शरीर थका हुआ महसूस करता है और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।


प्रश्न 94: आकाशीय पिंडों का आकार क्यों बदलता है?

उत्तर:
आकाशीय पिंडों का आकार इसलिए बदलता है क्योंकि वे विभिन्न प्रकार के बाहरी बलों के संपर्क में आते हैं, जैसे सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा, आंतरिक्ष के कणों से टक्कर, और गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से। ग्रहों, उपग्रहों, और उल्काओं के आकार में बदलाव मुख्य रूप से उनके वातावरण, तापमान, और अन्य आंतरिक्षीय घटनाओं के कारण होता है। उदाहरण के लिए, जब कोई ग्रह या उपग्रह सूर्य के पास जाता है, तो वह गर्म होकर अपनी सतह से गैसों को छोड़ता है, जिससे उसका आकार प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, धूमकेतु जैसे आकाशीय पिंड सूर्य के पास आने पर वाष्पित हो जाते हैं, जिससे उनका आकार घट सकता है।


प्रश्न 95: क्यों समुद्र का पानी खारा होता है?

उत्तर:
समुद्र का पानी खारा इसलिए होता है क्योंकि इसमें घुली हुई बड़ी मात्रा में सोडियम क्लोराइड (नमक) होता है। यह नमक नदियों, झीलों, और अन्य जल स्रोतों से बहकर समुद्र में पहुंचता है। पृथ्वी की वर्षा और जल चक्र में पानी का वाष्पीकरण होता है, लेकिन नमक और अन्य खनिज पानी में रह जाते हैं। नदियाँ और अन्य जल स्रोत समय के साथ चट्टानों और मिट्टी से खनिजों को घोलते हुए समुद्र में लाते हैं। पानी का वाष्पीकरण समुद्र से अधिक होता है, लेकिन नमक वहीं रह जाता है, जिससे समुद्र का पानी खारा बना रहता है। समुद्र में खारे पानी की यह विशेषता जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाती है।


प्रश्न 96: पौधों में पत्तियाँ हरी क्यों होती हैं?

उत्तर:
पौधों में पत्तियाँ हरी इसलिए होती हैं क्योंकि उनमें क्लोरोफिल नामक पिगमेंट पाया जाता है। क्लोरोफिल प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया में सहायक होता है, जो पौधों के लिए आवश्यक ऊर्जा उत्पन्न करता है। यह पिगमेंट सूर्य की रोशनी को अवशोषित करता है, विशेष रूप से नीली और लाल तरंग दैर्ध्य को, और इसके द्वारा उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग पौधों को अपनी वृद्धि और विकास के लिए करता है। क्लोरोफिल की उपस्थिति के कारण ही पत्तियाँ हरी दिखती हैं। यह प्रक्रिया न केवल पौधों के लिए बल्कि समग्र पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से पृथ्वी पर ऑक्सीजन का उत्पादन होता है।


प्रश्न 97: व्रण (घाव) क्यों भरते हैं?

उत्तर:
व्रण या घाव भरने की प्रक्रिया में शरीर के प्राकृतिक उपचार तंत्र का उपयोग होता है। जब शरीर में किसी प्रकार का घाव होता है, तो सबसे पहले रक्त का थक्का बनता है, जो घाव को बंद करता है और खून बहने से रोकता है। इसके बाद, शरीर की कोशिकाएँ घाव के आसपास सक्रिय हो जाती हैं, और ये कोशिकाएँ नई त्वचा और ऊतक बनाने के लिए काम करती हैं। कोलेजन नामक प्रोटीन का निर्माण होता है, जो घाव को भरने और ताकत प्रदान करने में मदद करता है। इसके अलावा, शरीर का इम्यून सिस्टम घाव में संक्रमण से बचाने के लिए कार्य करता है। यह पूरी प्रक्रिया समय के साथ घाव को पूरी तरह से ठीक कर देती है।


प्रश्न 98: बारिश के बाद मच्छर क्यों अधिक होते हैं?

उत्तर:
बारिश के बाद मच्छरों की संख्या अधिक हो जाती है क्योंकि बारिश के पानी से जलभराव हो जाता है, जो मच्छरों के अंडे देने के लिए आदर्श स्थान होते हैं। मच्छर अपने अंडे पानी में देते हैं, और जब पानी जमा होता है, तो उसमें अंडे सुरक्षित रहते हैं और जल्द ही इनसे लार्वा (लार्वा) निकलते हैं। यह लार्वा पानी में रहते हुए मच्छर बनते हैं। बारिश के बाद जल स्रोतों में पर्याप्त नमी और पानी के जमा होने के कारण मच्छरों के विकास के लिए उत्तम परिस्थितियाँ बनती हैं। इसके कारण बारिश के बाद मच्छरों की संख्या में भारी वृद्धि हो सकती है, जिससे मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा हो सकता है।


प्रश्न 99: रात में आकाश क्यों काला होता है?

उत्तर:
रात में आकाश काला इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमते हुए सूर्य से विपरीत दिशा में जाती है, और इस दौरान सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाती। दिन के दौरान सूर्य की किरणें आकाश में बिखर जाती हैं, जिससे आकाश नीला दिखाई देता है। लेकिन रात के समय, जब पृथ्वी सूर्य से दूर होती है, तो कोई सूर्य की रोशनी नहीं होती, और इसलिए आकाश में कोई प्रकाश नहीं आता। इससे आकाश का रंग काला दिखता है। आकाश के काले रंग का कारण अंतरिक्ष का निर्वात होना है, जिसमें कोई कण या गैस नहीं होती, जो सूर्य की रोशनी को परावर्तित कर सके।


प्रश्न 100: पृथ्वी पर जीवन का आरंभ कैसे हुआ?

उत्तर:
पृथ्वी पर जीवन के आरंभ के बारे में वैज्ञानिकों के पास कई सिद्धांत हैं, लेकिन सबसे प्रमुख अवोल्यूशन (Evolution) और रासायनिक विकास के सिद्धांत हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि पृथ्वी पर पहली बार जीवन लगभग 3.8 अरब वर्ष पहले छोटे रासायनिक यौगिकों से हुआ। इन यौगिकों ने समय के साथ मिलकर जटिल संरचनाएँ बनाईं, जिनसे पहली कोशिकाएँ उत्पन्न हुईं। इन कोशिकाओं ने विकास के साथ साथ अपने-आप को विकसित किया और फिर बहुकोशिकीय जीवों की उत्पत्ति हुई। जीवन की शुरुआत के समय, पृथ्वी का वातावरण अत्यधिक गर्म और ग्रीनहाउस गैसों से भरा हुआ था, जो जीवन के लिए उपयुक्त वातावरण बनाता था।

 

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